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Capítulo 40 3 a 4 Meses (12 a 16 Semanas): Papilas Gustativas, Movimento de Mandíbula, Reflexo de Sucção, Percepção dos Primeiros Movimentos do Feto
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| 11 और 12 सप्ताह के बीच
गर्भस्थ शिशु का भार लगभग 60% बढ़ जाता है
12 सप्ताह गर्भावस्था का एक तिहाई
भाग या तिमाही होता है।
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| मुंह के अंदर अब अलग-अलग स्वाद
के मुकुल विकसित होते हैं।
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| जन्म से स्वाद मुकुल केवल
जीभ और मुंह के तल पर रहेंगे।
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| 12 सप्ताह से ही आंत्र की गतिविधि शुरू होती है और
लगभग 6 सप्ताह तक जारी रहती है।
गर्भस्थ शिशु और नवजात कोलन द्वारा
निकाले गए पहले पदार्थ को
मेकोनियम कहते हैं।
यह पाचक एनज़ाइमों
प्रोटीन और मृत कोशिकाओं से
बना होता है
जोकि पाचक नाल द्वारा छोड़ी जाती हैं।
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| 12 सप्ताह से ऊपरी हिस्से की लंबाई लगभग
शरीर के आकार के अंतिम अनुपात में
पहुंच जाती है।
निचले हिस्से को
अपने अंतिम अनुपात में पहुंचने में
थोड़ा समय लगता है।
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| पीठ और सिर के ऊपरी हिस्से को छोड़कर
गर्भस्थ शिशु का पूरा शरीर अब हल्के
स्पर्श पर प्रतिक्रिया करता है।
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| लिंग के आधार पर विकास में अंतर
पहली बार दिखाई देता है।
उदाहरण के लिए बालिका गर्भस्थ शिशु जबड़े को
बालक शिशु से अधिक बार चलाता है।
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| जैसेकि पहले प्रतिक्रिया देखी गई कि
शिशु प्रतिक्रिया स्वरूप मुंह खींच लेता था
इसके मुकाबले अब वह मुंह के नजदीक
प्रेरित करने से मुंह खोलता है।
इस प्रतिक्रिया को रूटिंग रिफ्लेक्स कहते हैं
और यह जन्म के बाद भी चलती रहती है।
इससे नवजात को स्तनपान के समय
अपनी माता के स्तनाग्र ढूंढने
में सहायता मिलती है।
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| चेहरा परिपक्व होता जाता है और
गालों में भराव होना शुरू होता है तथा
दांतों का विकास होने लगता है।
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| पंद्रहवें सप्ताह से रक्त निर्माण संबंधी
कोशिकाएं बननी शुरू होती हैं
और बोनमैरो में उनकी संख्या बढ़ती जाती है।
अधिकांश रक्त कोशिकाओं का निर्माण
यहीं होता है।
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| यद्यपि 6 सप्ताह के भ्रूण में ही हलचल होने लगती है
किंतु एक गर्भवती महिला को 14 से 18
सप्ताह के बीच
गर्भस्थ शिशु की गतिविधि का एहसास होता है।
परंपरागत रूप से इस घटनाचक्र को
क्विकनिंग बोलते हैं।
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