| |
Capítulo 43 5 a 6 Meses (20 a 24 Semanas): Responde ao Som; Cabelo e Pele; Idade de Viabilidade
|
| |
| 24 सप्ताह में गर्भस्थ शिशु पलकें
पुनः खोलता है और
उसमें पलक झपकने की अनूठी
प्रतिक्रिया विकसित होती है।
अचानक तेज़ ध्वनि के प्रति प्रतिक्रिया
बालिका गर्भस्थ शिशु में कुछ
पहले विकसित हो जाती है।
|
| अनेक खोजकर्त्ताओं ने सूचना दी है कि
ऊंची ध्वनि से गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य
पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
तत्काल प्रभावों में
लंबे समय तक दिल की धड़कन दर बढ़ना,
गर्भस्थ शिशु द्वारा अधिक द्रव्य निगलना और
अचानक व्यवहार में परिवर्तन शामिल हैं।
संभावित दीर्घावधि परिणामों में बहरा
होना भी शामिल है।
|
| गर्भस्थ शिशु की सांस लेने और सांस
छोड़ने की गति
प्रति मिनट 44 बार तक पहुंच सकती है।
|
| गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान
मस्तिष्क में तेजी से वृद्धि होने के कारण
गर्भस्थ शिशु द्वारा प्रयोग की जाने वाली
ऊर्जा का 50% से अधिक भाग
इसमें लग जाता है।
मस्तिष्क का भार 400 से 500%
के बीच बढ़ जाता है।
|
| 26 सप्ताह से आंखों में आंसू तैयार हो जाते हैं।
पुतलियां 27 सप्ताह में प्रकाश की
प्रतिक्रिया दिखाती है
यह प्रतिक्रिया जीवनभर दृष्टिपटल
तक पहुंचने वाले प्रकाश की
मात्रा को विनियमित करती है।
|
| सूंघने की इंद्री सक्रिय होने के लिए
आवश्यक सभी अवयव
कार्य करने लगते हैं।
अपरिपक्व जन्मे शिशुओं के अध्ययन से
पता चलता है
कि उनमें गर्भाधान के सिर्फ 26 सप्ताह बाद ही
गंध सूंघने की क्षमता विकसित हो जाती है।
गर्भावरण के द्रव्य में कोई मीठा
पदार्थ रखने से गर्भस्थ शिशु
द्वारा निगलने की दर बढ़ जाती है।
इसके विपरीत, कोई कड़वा पदार्थ रखने से
निगलने की गति घट जाती है।
चेहरे की अभिव्यक्तियां प्रायः बदलती रहती हैं।
|
| गर्भस्थ शिशु घूमने जैसे पैरों को चलाकर
कलाबाज़ियां दिखाता है।
|
| गर्भस्थ शिशु में कम झुर्रियां
दिखाई देती हैं
चूंकि त्वचा के नीचे अतिरिक्त वसा
भर जाती है।
वसा शरीर के तापमान को बनाए रखने
और जन्म के पश्चात ऊर्जा भंडारण में
भूमिका अदा करती है।
|
Capítulo 44 7 a 8 Meses (28 a 32 Semanas): Discriminação de Sons, Estados Comportamentais
|
| |
| 28 सप्ताह में गर्भस्थ शिशु
धीमी और ऊंची आवाज़ पहचानने लगता है।
|
| 30 सप्ताह से सांस लेने की गतिविधि
सामान्य हो जाती है और
किसी औसतन गर्भस्थ शिशु में यह
क्रिया 30 से 40% तक होती है।
|
| गर्भावस्था के अंतिम चार महीनों के दौरान
गर्भस्थ शिशु बीच-बीच में आराम
करते हुए समन्वित क्रियाएं करता है।
ये व्यवहार संबंधी अवस्थाएं
केंद्रीय स्नायुतंत्र की बढ़ती हुई
जटिलताओं को प्रदर्शित करती हैं।
|
Capítulo 45 Os Membros e a Pele
|
| |
| लगभग 32 सप्ताह से
फेफड़ों में ट्रू एलवियोली या
एयर पॉकेट कोशिकाएं
विकसित होने लगती हैं।
वे जन्म के 8 वर्ष बाद तक बनती रहती हैं।
|
| 35 सप्ताह में गर्भस्थ शिशु हाथ की
जकड़ मजबूत होती है।
|
| गर्भस्थ शिशु को विभिन्न पदार्थों के सेवन से
जन्म के बाद स्वाद के प्रति उसकी
रुचि निर्धारित करता है
उदाहरण के लिए यदि किसी गर्भस्थ
शिशु की माता ने सौंफ खाई है
जिसका स्वाद मुलैठीदार होता है तो
बच्चे ने भी सौंफ के प्रति रुचि दिखाई है।
जिस गर्भस्थ शिशु ने सौंफ का स्वाद नहीं
|
Capítulo 46 9 Meses até o Nascimento (36 Semanas até o Nascimento)
|
| |
| गर्भस्थ शिशु
एस्ट्रोजन नामक हालोन का अधिक स्त्राव
करके प्रसव दर्द शुरू करता है
और इस प्रकार गर्भस्थ शिशु से नवजात
शिशु तक की यात्रा तय होती है।
प्रसव दर्द में गर्भाशय में
अत्यधिक संकुचन होता है
जिससे बच्चे का जन्म होता है।
|
| गर्भाधान से बच्चे के जन्म तक और
उसके पश्चात मानव विकास गतिशील, जारी
रहता है और इसमें जटिलता
बढ़ती जाती है।
इस आकर्षक प्रक्रिया के संबंध में नई खोजों
से अधिकाधिक पता चलता है कि
गर्भस्थ शिशु के विकास का
जीवनपर्यंत स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण
प्रभाव दिखाई देता है।
जैसे जैसे मानव के शुरुआती विकास के
संबंध में हमारी समझ बढ़ती जाएगी
वैसे वैसे जन्म से पूर्व और जन्म के बाद
स्वास्थ्य संवर्धन में हमारी क्षमता बढ़ेगी।
|